Saturday, 10 August 2013

हाउसवाइफ ने घर से शुरू किया डिजाइनर कपड़ों का एक्सपोर्ट बिजनेस

पटना। आपका शौक अगर किसी को आर्थिक रूप से सशक्त बना दे तो इससे बड़ी बात क्या हो सकती है। यह मानना है घर बैठे इंटरनेट के माध्यम से विदेशों में डिजाइनर कपड़े की मार्केटिंग करने वाली प्रतिभा का। 40 वर्षीय प्रतिभा जगदेव पथ में बुटिक चलाती हैं। इसके साथ दर्जनों महिलाओं को पांच सालों से आर्थिक रूप से सशक्त बनाने का काम कर रही हैं। इन महिलाओं के द्वारा डिजायन किये कपड़ो की ऑनलाइन मार्केटिंग कर महीने में लगभग चार-पांच लाख रुपये कमा रही हैं। इनके द्वारा बनाये गये कपड़ो की मांग अमेरिका, लंदन, दुबई, शारजाह, आस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, स्वीडन और नार्वे में सबसे अधिक है। कैसे आया आइडियाः पटना में पढ़ी-बढ़ी प्रतिभा बताती हैं कि फैशन डिजायन की पढ़ाई करने के बाद कई बड़ी कंपनियों से बुलावा आया। लेकिन उन्होंने सोचा कि बाहर जाने से उनकी प्रतिभा का लाभ दूसरे को मिलेगा। हम अपनी मिट्टी को कुछ नहीं दे पाएंगे। इसी सोच ने खुद के साथ महिलाओं को सशक्त बनाने का आइडिया आया। उनके अनुसार महिलाएं कला की धनी होती हैं। अगर इसका सही उपयोग किया जाए तो आर्थिक तंगी दूर की जा सकी है। वे बताती हैं कि जब वे पढ़ाई कर रही थी तो पता चला कि विदेशी बाजार में भागलपुर का तसर, मूंगा सिल्क, फाइन और लेनिन कॉटन की बहुत मांग है क्योंकि ये कपड़े शरीर के हाइजिन के लिए अच्छे माने जाते हैं। लोगों को इन कपड़ो की तरफ खींचने के लिए उन्होंने अपनी कला का इस्तेमाल करना शुरू किया। इसके बाद इंटरनेट के माध्यम से विदेश में बसे लोगों से संपर्क किया। उन लोगों को बिहार की बहुमूल्य चीजों से अवगत कराया। पहली बार बहुत कम लोग खरीदने के लिए आये। इसके बाद केन्द्र सरकार के वस्त्र मंत्रालय द्वारा लगाये जा रहे मेले में घूमकर विदेशी ग्राहकों को कला के बारे में बताया और अपने यहां आमंत्रित करती रही। जैसे-जैसे लोगों का विश्वास जगा उनके यहां लोग आते गये। प्रतिभा बताती हैं अब ऑनलाइन से ही आर्डर आ जाते हैं। वे कहती हैं अपनी धरोहर को विश्व पटल पर दिखाने का इससे अच्छा माध्यम नहीं हो सकता है। Facebook + Media

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